Friday, December 18, 2015

सपनों को दौलत की जरुरत नहीं होती,
मन में विश्वास हो तो हर मुकाम आसान हैं , यही बताती है 
हौसलों की उड़ान
नदियों के पार कई गाँव देखें हैं,
छोटी आँखों में कई ख्वाब देखे हैंl

रसोई में रोशनी नहीं,धुँआ हैं,
पानी के लिए नल नहीं;
दस मील दूर बस एक कुआँ हैंl
घर हैं छोटा सा,परिवार बड़ा हैं,
छह इंसान, पांच जानवर;
और ठन्डे पानी के लिए बस एक घड़ा हैं l

पीठ पर बस्ते नहीं,पर आँखों में सपने हैं,
चाहत तो पढ़ने की हैं;
पर जो भूख से बिलख रहे वो भी तो अपने हैंl
पेंसिल तो नहीं थी,पर एक भट्टी हैं,
रोशनी वाला बल्ब  बनाते हैं;
लकड़ियाँ नहीं,सुलग रहीं ज़िन्दगी हैंl


फिर भी मुस्कुराते चेहरे आभाव में जीकर दिखा दिए,
दुखों का भर सर पर था;
खुद रहे अनपढ़ ,पर मुझे  कुछ सिखा दिएi
“जीने के लिए बस अपनों का साथ काफी हैं”,
अभी तो उनके सपने हैं;
और हौसलों की उड़ान अभी बाकी हैंl

नदियों के पार कई गाँव देखें हैं,
छोटी आँखों में कई ख्वाब देखे हैंl






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